10th History shorts Notes

यूनानी स्वतंत्रता आंदोलन का संक्षिप्त विवरण दें। Greek independence movement

यूनानी स्वतंत्रता आंदोलन का संक्षिप्त विवरण दें।

Greek independence movement

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:- यूनान का अपना गौरवमय अतीत रहा है। जिसके कारण उसे पाश्चात्य इतिहास का स्रोत माना जाता था। यूनानी सभ्यता की साहित्यिक प्रगति, विचार, दर्शन, कला, चिकित्सा विज्ञान आदि क्षेत्र की उपलब्धियां यूनानीयों के लिए प्रेरणा स्रोत थे।  पूर्णजागरण के काल में इनसे प्रेरणा लेकर पश्चात्य देशों ने अपनी तरक्की शुरू की। परंतु इसके बावजूद भी यूनान तुर्की के अधीन था।

 

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जुलाई 1830 ई० की क्रांति (1830 ki kranti)

 

फ्रांसीसी क्रांति से यूनानीयों में राष्ट्रीयता की भावना की लहर जागी क्योंकि धर्म,जाति और संस्कृति के आधार पर उनकी पहचान एक थी। तुर्की शासन से अलग होने के लिए आंदोलन की शुरुआत हुई। इसके लिए उन्होंने हितेरिया फिलाइक नामक संस्था की स्थापना ओडेसा नामक स्थान पर की। इसका उद्देश्य तुर्की शासन को यूनान से निष्कासित कर उसे स्वतंत्र बनाना था क्रांति के नेतृत्व के लिए यूनान में शक्तिशाली मध्यम वर्ग का उदय हो चुका था।

यूनान सारे यूरोवासियों के लिए प्रेरणा एवं सम्मान का पर्याय था। इंग्लैंड का महान कवि लॉर्ड वायरल यूनानियों की स्वतंत्रता के लिए यूनान में ही शहीद हो गया। इससे यूनान की स्वतंत्रता के लिए संपूर्ण यूरोप में सहानुभूति की लहर दौड़ने लगी। उधर रूस भी अपनी साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षा तथा धार्मिक एकता के कारण यूनान की स्वतंत्रता का पक्षधर था।

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यूनान में विस्फोटक स्थिति तब बन गई जब तुर्की शासन द्वारा यूनानी स्वतंत्रता संग्राम में संलग्न लोगों को बुरी तरह कुचलना शुरू किया गया। 1821 ई० में अलक्जेंडर चिपसिलांटी के नेतृत्व में यूनान में विद्रोह शुरू हो गया। रूस का जार एलेग्जेंडर व्यक्तिगत रूप से तो यूनानी राष्ट्रीयता के पक्ष में था परंतु आस्ट्रिया के प्रतिक्रियावादी शासन मेटरनिख के दबाव के कारण खुलकर सामने नहीं आ पा रहा था। जब नया जार निकोलस आया तो उसने खुलकर यूनानियों का समर्थन किया।

                              1832 ई० में यूनान को एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित कर दिया गया। बबेरिया के शासक ओटो को स्वतंत्र यूनान का राजा घोषित किया गया।

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