जुलाई 1830 ई० की क्रांति (1830 ki kranti)
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जुलाई 1830 ई० की क्रांति
⇒ चालर्स x एक निरकुंश एवं प्रतिक्रयावादी शासक था जिसने फ्रांस में उभर रही राष्ट्रीयता तथा जनतंत्रवादी भावनाओं को दवाने का कार्य किया और उसके द्वारा प्रतिक्रियावादी पोलीगनेक को प्रधानमंत्री बनाया गया।
पोलिगनेक ने समान नागरिक संहिता के स्थान पर शक्तिशाली अभिजात्य
वर्ग की स्थापना किया और इस कदम को उदारवादियों ने चुनौती तथा
क्रांति के विरुद्ध षड़यंत्र समझा। प्रतिनिधि सदन ने पोलिगनेक के विरुद्ध गहरा असंतोष प्रकट किया ।
चालर्स –x ने इस विरोध के प्रतिक्रियास्वरूप 25 जुलाई 1830 ई ० को चार अध्यादेशों द्वारा उदार तत्वों को गला घोटने का प्रयास किया।
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1.प्रतिनिधि सभा को भंग कर दिया गया
2. प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया गया
3. मताधिकार सीमित कर दिया गया
4. सभा की कार्यावधि घटा दी गई
इस अध्यादेशों के विरोध में 28 जुलाई 1830 ई ० से गृह युद्ध आरम्भ हो गया । इसे ही जुलाई 1830 की क्रांति कहते हैं।
⇒जुलाई 1830 ई ० की क्रांति के परिणामस्वरूप फ़्रांस में बूर्वो वंश क अंत हो गया, और आर्लियन्स वंश की स्थापना हुई |
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